राजस्थान में बावडियों को मिल रहा पुर्न: जीवन- निदेशक मोहम्मद जुनैद….
परम्परागत तरीकों से हो रहा जल संरक्षण का कार्य…
जयपुर. 21 मार्च को द फ्यूचर सोसाइटी द्वारा यूनिसेफ के संयुक्त तत्वावधान में जल संरक्षण पर एक दिवसीय राउंड टेबल अधिवेशन का आयोजन किया गया. इस में नीति निर्माताओं के साथ पत्रकार, जल संरक्षण विशेषज्ञ, समाज सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं पत्रकारिता के छात्र सम्मिलित रहे. जे.एल.एन मार्ग स्थित इंदिरा गाँधी पंचायत भवन में आयोजित हुए इस अधिवेशन में बतौर मुख्य अतिथि जल संसाधन विभाग के निदेशक श्री मोहम्मद जुनैद शामिल हुए.
राजस्थान में जल संरक्षण की महत्ता और तरीकों से अवगत करते हुए वाटरशेड विभाग के निदेशक श्री जुनैद ने बताया कि सरकार द्वारा जल संरक्षण के लिए परम्परागत तरीकों के इस्तेमाल के साथ वैज्ञानिक उपाय भी किए जा रहे हैं. राज्य की बावडियों को पुनः निर्मित कर उन्हें वर्षा जल संरक्षण के इस्तेमाल में लिया जा रहा है. अधिवेशन के दौरान उन्होंने केरल का उदहारण देते हुए राज्य सरकार द्वारा भू जल स्तर में वृद्धि की योजना भी साझा की.
आपकी जानकारी के लिए बता दें की मोहम्मद जुनैद 2017 बैच के आईएएस है एवं मूलतः केरल के मल्लापुरम जिले के निवासी है. इंजीनियरिंग में स्नातक, मोहम्मद जुनैद जल संसाधन विभाग के निदेशक के पूर्व एस.डी.एम् झालावार एवं भरतपुर के रूप में भी अपनी सेवाएँ प्रदान कर चुके है.
द फ्यूचर सोसाइटी की उपाध्यक्ष श्रीमती रविता शर्मा ने बताया कि इस अधिवेशन का आयोजन विश्व जल दिवस (22 मार्च) के उपलक्ष में किया गया था. मीडिया से वार्ता के दौरान उन्होंने यह भी बताया कि इस अधिवेशन में भास्कर, पत्रिका, टाइम्स ऑफ़ इंडिया, जी, फर्स्ट इंडिया न्यूज़, दैनिक नवज्योति जैसे चैनल्स के पत्रकार शामिल हुए थे.