जानिए विश्व स्वास्थ्य दिवस के बारे में…

जानिए विश्व स्वास्थ्य दिवस के बारे में।

 

शिवाक्ष शर्मा।

 

दुनिया भर में लाखों लोगों के स्वास्थ्य का अधिकार तेजी से खतरे में पड़ रहा है। बीमारियां और आपदाएं मृत्यु और विकलांगता के कारणों के रूप में सामने आती हैं। संघर्ष जीवन को विनाशकारी बनाते हैं, जिससे मृत्यु, दर्द, भूख और मनोवैज्ञानिक संकट होता है। जीवाश्म ईंधन का जलना एक साथ जलवायु संकट को बढ़ा रहा है और स्वच्छ हवा में सांस लेने के हमारे अधिकार को छीन रहा है, साथ ही इनडोर और आउटडोर वायु प्रदूषण हर 5 सेकंड में एक जीवन का दावा कर रहा है।
विश्व स्वास्थ्य दिवस, विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation) की स्थापना दिवस के दिन मनाया जाता है. WHO की स्थापना 7 अप्रैल 1948 को संविधान लागू होने के बाद हुई. हालांकि, पहली बार विश्व स्वास्थ्य दिवस 22 जुलाई, 1949 को मनाया गया लेकिन बाद में लोगों की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए इसे 7 अप्रैल कर दिया गया.
इसके बाद साल 1950 से WHO के महानिदेशक ने ऑर्गेनाईजेशन के सदस्य देशों और WHO कर्मियों की प्रस्तुतियों के आधार पर हर साल इस दिवस को मनाने के लिए एक-एक नया थीम चुना।
स्वास्थ्य दिवस का उद्देश्य ग्लोबल स्तर के स्वास्थ्य मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और असमानताओं को दूर करके स्वास्थ्य समानता को बढ़ावा देना है। इसके साथ ही हितधारकों के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करना और विश्व भर में स्वास्थ्य परिणामों में सुधार की प्रगति को उजागर करना है। इस दिन अच्छे स्वास्थ्य के महत्त्व और लाभ के बारे में लोगों को शिक्षित किया जाता है. साथ ही वंचित समुदायों, निम्न और मध्यम आय वाले देशों में बीमारियों के बोझ को कम करना शामिल है।

 

डिजिटल बाल मेला ने अप्रैल माह के महत्वपूर्ण दिनों पर एक लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया है। प्रतियोगिता के अंत में जिस बच्चे की लेखन कला सबसे अच्छी होगी उसे 1100 रुपये का नकद पुरस्कार भी दिया जाएगा। आप भी इसमें भाग ले सकते हैं। आपके द्वारा लिखे गए लेख डिजिटल बाल मेला में भेजें। बाल लेखकों द्वारा लिखे गए आलेखों को डिजिटल बाल मेला की वेबसाइट पर पोस्ट किया जाएगा।

डिजिटल बाल मेला की शुरुआत कोरोना काल में बच्चों की बोरियत को दूर करने के लिए जयपुर के महाराजा सवाई मानसिंह विद्यालय की छात्रा जान्हवी शर्मा द्वारा की गई थी। इसके तहत अभी तक कई अभियानों का आयोजन किया जा चुका है जिसमें “बच्चों की सरकार कैसी हो?” “मैं भी बाल सरपंच” “कौन बनेगा लोकतंत्र प्रहरी” “म्यूजियम थ्रू माय आइज” आदि शामिल हैं।

अधिक जानकारी के लिए हमारे सोशल मीडिया हैंडल्स को फॉलो करें –

Facebook – https://www.fb.com/digitalbaalmela/

Instagram – https://instagram.com/digitalbaalmela

Twitter – https://twitter.com/DigitalBaalMela

YouTube – 

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *