क्यों 13 अक्टूबर को मनाया जाता है विश्व अंडा दिवस जाने इस आर्टिकल में।
बाल लेखक पारस माली।
अंडा हमारी सेहत के लिए बहुत लाभदायक है यह बात पूरी दुनिया जानती है। इससे होने वाले स्वास्थ्य और सौंदर्य लाभ के बारे में आज पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है, और इसके प्रति लोगों के सामने जागरूकता फैलाने के प्रयास किया जा रहे हैं। विश्व अंडा दिवस का मुख्य उद्देश्य अंडे के लाभ और अंडे के फायदे को दुनिया के सामने लाने और अंडे के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से यह दिवस मनाया जाता है। अंडे के अंदर प्रोटीन के अलावा पाए जाने वाले पोषक तत्वों और उससे होने वाले फायदे के बारे में चर्चा करने के लिए अक्टूबर माह की दूसरे शुक्रवार को चुना गया है। यही कारण है कि हर साल अक्टूबर महीने के दूसरे शुक्रवार के दिन विश्व अंडा दिवस मनाया जाता है । इस साल विश्व अंडा दिवस 13 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन विश्व अंडा आयोग लोगों को एंड के प्रति जागरूक करता है। अगर हम भारत की बात करें तो दुनिया में तीसरे स्थान पर भारत है क्योंकि यहां पर सबसे ज्यादा अंडा उत्पादक है लेकिन आधिकारिक जानकारी के अनुसार देश में प्रति व्यक्ति, प्रतिवर्ष अंडे की उपलब्धता केवल 55 के आसपास है। राष्ट्रीय पोषाहार संस्था के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति को साल में 180 अंडों का सेवन करना चाहिए क्योंकि अंडा अपने आप में पूरी तरह से पौष्टिक आहार है। भारत में कृषि मंत्रालय की अंतर्गत आने वाले पशुपालन और अन्य विभागों में विश्व अंडा दिवस के अवसर कई प्रोग्राम का आयोजन किया जाता है और इसके अंदर क्या अंडे की लाभ है वह भी बताया जाता है और सभी लोगों को जागरुक भी किया जाता है दिल्ली, रायपुर के अंदर विशेष कार्यक्रम भी आयोजन होता है। डिजिटल बाल मेला की ओर से मैं आप सभी को विश्व अंडा दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देना चाहता हूं।
धन्यवाद
डिजिटल बाल मेला बच्चों के बीच जागरूकता पैदा करने और उनकी कला को प्रदर्शित करने के लिए बच्चों द्वारा स्थापित एक मंच है।
डिजिटल बाल मेला ने सितंबर एवं अक्तूबर माह के महत्वपूर्ण दिनों पर एक लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया है। प्रतियोगिता के अंत में जिस बच्चे की लेखन कला सबसे अच्छी होगी उसे 1100 रुपये का नकद पुरस्कार भी दिया जाएगा। आप भी इसमें भाग ले सकते हैं। आपके द्वारा लिखे गए लेख डिजिटल बाल मेला में भेजें। बाल लेखकों द्वारा लिखे गए आलेखों को उनकी फोटो के साथ डिजिटल बाल मेला की वेबसाइट पर पोस्ट किया जाएगा।
डिजिटल बाल मेला बच्चों के लिए अपनी प्रतिभा और रचनात्मकता दिखाने का एक अभिनव मंच है। इसकी शुरुआत 2020 में जयपुर की 10 वर्षीय लड़की जान्हवी शर्मा ने की थी। डिजिटल बाल मेला ने अब तक कई अभियान चलाए हैं जिनमें “राजस्थान विधानसभा बाल सत्र”, “हिमाचल प्रदेश विधानसभा बाल सत्र”, “मैं भी” शामिल हैं। बाल सरपंच” आदि।
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