जानिए राष्ट्रीय डाक कर्मचारी दिवस का इतिहास एवं महत्व।
बाल लेखक पारस माली।
देश में भारतीय डाक कर्मचारियों के योगदान को ध्यान में रखते हुए हर साल 1 जुलाई को राष्ट्रीय डाक कर्मचारी दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाकर देशवासी भारतीय डाक से जुड़े लोगों की मेहनत और योगदान को याद करते हैं और उनका आभार व्यक्त करते हैं। भारत के लोगों के जीवन में डाक और डाकिए का क्या महत्व है, यह बताने के लिए इस दिन का आयोजन किया जाता है। आज हम आपको राष्ट्रीय डाक कर्मचारी दिवस के महत्व और इतिहास के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।
राष्ट्रीय डाक कर्मचारी दिवस का महत्व:
हमारे जीवन में डाक का बहुत महत्व है, क्योंकि डाक से जुड़े लोग हमारे ज़रूरी कागजात हमारे पार्सल हमारे घर तक पहुंचाते हैं। मौसम कैसा भी हो, हमारा डाक हमेशा हमारे घर पहुंचता है। राष्ट्रीय डाक कर्मचारी दिवस उनके योगदान और हर परिस्थिति में लोगों तक डाक पहुंचाने के लिए मनाया जाता है। इस दिन को मनाकर हम उन्हें बताते हैं कि वे हमारे जीवन का अहम हिस्सा हैं। देश में भारतीय डाक कर्मचारियों के योगदान को ध्यान में रखते हुए हर साल 1 जुलाई को राष्ट्रीय डाक कर्मचारी दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाकर देशवासी भारतीय डाक से जुड़े लोगों की मेहनत और योगदान को याद करते हैं और उनका आभार व्यक्त करते हैं। इस दिन का आयोजन यह बताने के लिए किया जाता है कि भारत के लोगों के जीवन में डाक और डाकिया का क्या महत्व है। आज हम आपको राष्ट्रीय डाक कर्मचारी दिवस के महत्व और इतिहास के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।
राष्ट्रीय डाक कर्मचारी दिवस का इतिहास:
भारतीय डाक कर्मचारियों और इस सेवा से जुड़े सभी लोगों को सम्मानित करने के लिए साल 1977 में इस दिन की शुरुआत की गई थी। इस दिन सभी भारतीय डाक कर्मचारियों को सम्मानित किया जाता है और उनकी सेवाओं के लिए आभार व्यक्त किया जाता है। साल 1977 से यह दिन हर साल बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। राष्ट्रीय डाक कर्मचारी दिवस का महत्व:
हमारे जीवन में डाक का बहुत महत्व है, क्योंकि डाक से जुड़े लोग हमारे ज़रूरी कागजात हमारे पार्सल हमारे घर तक पहुंचाते हैं। चाहे मौसम कैसा भी हो, हमारा डाक हमेशा हमारे घर पहुंचता है। राष्ट्रीय डाक कर्मचारी दिवस उनके योगदान और हर परिस्थिति में लोगों तक डाक पहुंचाने के लिए उनके सम्मान में मनाया जाता है। इस दिन को मनाकर हम उन्हें बताते हैं कि वे हमारे जीवन का अहम हिस्सा हैं।
यह डिजिटल बाल मेला द्वारा बच्चों की लेखन क्षमता बढ़ाने के लिए आयोजित प्रतियोगिता है। इसमें हर महीने बेहतरीन आर्टिकल भेजने वाले बच्चे को ‘राइटर ऑफ दी मंथ’ के खिताब से नवाज़ा जाता है एवं विजेता को ₹1100 की राशि प्रदान की जाती है। हम ये प्रतियोगिता हर महीने आयोजित करते हैं, आपको किन-किन विषयों पर आर्टिकल लिखने हैं इसकी जानकारी डिजिटल बाल मेला द्वारा हर महीने के अंत में दी जाती है। बाल लेखकों द्वारा लिखे गए आलेखों को डिजिटल बाल मेला की वेबसाइट पर पोस्ट किया जाता है।
अगर किसी बच्चे में लेख लिखने की क्षमता है तो डिजिटल बाल मेला आपको ये मंच प्रस्तुत करता है। आप अपना लेख डिजिटल बाल मेला के व्हाट्सऐप नंबर
+91 80059 15026 पर भेज सकते हैं एवं इसी तरह के विभिन्न आयोजनों की जानकारी एवं नयी-नयी प्रतियोगिताओं की जानकारी व उनसे जुड़ने के लिए आप हमारे विभिन्न सोशल मीडिया हैंडल एवं आधिकारिक वेबसाइट से जुड़ सकते हैं।
अधिक जानकारी के लिए हमारे सोशल मीडिया हैंडल्स को फॉलो करें –
Facebook – https://www.fb.com/digitalbaalmela/
Instagram – https://instagram.com/digitalbaalmela
Twitter – https://twitter.com/DigitalBaalMela
YouTube – https://bit.ly/3xRYkNz