बाल लेखिका साक्षी।
हर साल बचपन कैंसर दिवस दुनिया भर के लोगों को कैंसर की गंभीर बीमारी के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 15 फरवरी को मनाया जाता है ।
कैंसर अनेक प्रकार का होता है जैसे ,बच्चों में होने वाला सबसे आम कैंसर “लयूकेमिया” है ।इसके बाद बच्चों में ब्रेन कैंसर होने का खतरा सबसे अधिक होता है। इस स्थिति में बच्चों के दिमाग में ट्यूमर हो जाता है। दिमाग में विभिन्न प्रकार के कैंसर की संभावना भी बनी रहती है बच्चों को होने वाला कैंसर “लिंफोमा “है जिसे गर्दन का कैंसर कहते हैं।
बच्चों में कैंसर होने के अनेक कारण है , प्रदूषण भोजन में मिलावट जंक फूड का अधिक सेवन , कम उम्र से सीक्रेट पीने की आदत या पैसिव स्मोकिंग का शिकार होना बच्चों में बढ़ रहे कैंसर के कुछ कारण है।
भारत में कैंसर के आंकड़ों की स्टडी की बात की जाए तो स्टडी के दौरान सामने आया की भारत से संबंधित आंकड़े बताते हैं कि हमारे देश में कैंसर से पीड़ित 35% बच्चे पांच साल तक जीवित रहते हैं। इसके विपरीत अमीर देशों में बाल चिकित्सा कैंसर के 80% रोगियों के साथ ऐसा होता हैं।
अतः हम यह कह सकते है की –
कैंसर को हराना है,हारना नहीं,
सभी को समझाना है, घबराना नहीं।
डिजिटल बाल मेला ने फरवरी माह के महत्वपूर्ण दिनों पर एक लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया है। प्रतियोगिता के अंत में जिस बच्चे की लेखन कला सबसे अच्छी होगी उसे 1100 रुपये का नकद पुरस्कार भी दिया जाएगा। आप भी इसमें भाग ले सकते हैं। आपके द्वारा लिखे गए लेख डिजिटल बाल मेला में भेजें। बाल लेखकों द्वारा लिखे गए आलेखों को डिजिटल बाल मेला की वेबसाइट पर पोस्ट किया जाएगा।
डिजिटल बाल मेला की शुरुआत कोरोना काल में बच्चों की बोरियत को दूर करने के लिए जयपुर के महाराजा सवाई मानसिंह विद्यालय की छात्रा जान्हवी शर्मा द्वारा की गई थी। इसके तहत अभी तक कई अभियानों का आयोजन किया जा चुका है जिसमें “बच्चों की सरकार कैसी हो?” “मैं भी बाल सरपंच” “कौन बनेगा लोकतंत्र प्रहरी” “म्यूजियम थ्रू माय आइज” आदि शामिल हैं।
अधिक जानकारी के लिए हमारे सोशल मीडिया हैंडल्स को फॉलो करें –
Facebook – https://www.fb.com/digitalbaalmela/
Instagram – https://instagram.com/digitalbaalmela
Twitter – https://twitter.com/DigitalBaalMela
YouTube –