जानिए विश्व हंसी दिवस के बारे में राजस्थान के पारस माली से।
बाल लेखक पारस माली।
हर साल में के पहले रविवार को विश्व हंसी दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस साल यह दिवस 5 मई को मनाया जाएगा। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को हंसने के प्रति जागरूक करना है क्योंकि हंसना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है इसलिए हमें हमेशा हंसना चाहिए।
विश्व हंसी दिवस का इतिहास।
आपको बता दी की विश्व हंसी दिवस की शुरुआत भारत में हुई थी। सबसे पहले 10 में 1998 को मुंबई में इसे मनाया गया था। विश्व हंसी दिवस की शुरुआत हंसी योग आंदोलन के संस्थापक डॉ मदन कटारिया ने की थी। तब से हर साल में के पहले रविवार को विश्व हंसी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। इस दिन को मनाने का उद्देश्य हंसी के प्रति लोगों को जागरूक करना और हंसी के लाभ को सारी दुनिया के सामने लाना। अंत में आप सभी को कुछ पंक्तियों के माध्यम से विश्व हंसी दिवस की शुभकामनाएं देना चाहूंगा।
दिन की शुरुआत हो हंसी के साथ दिन की रात हो हंसी के साथ हंसते-हंसते भूल गए सभी दर्द इसलिए तो हम मानते हैं हंसी दिवस।
धन्यवाद।
यह डिजिटल बाल मेला द्वारा बच्चों की लेखन क्षमता बढ़ाने के लिए आयोजित प्रतियोगिता है। इसमें हर महीने बेहतरीन आर्टिकल भेजने वाले बच्चे को ‘राइटर ऑफ दी मंथ’ के खिताब से नवाज़ा जाता है एवं विजेता को ₹1100 की राशि प्रदान की जाती है। हम ये प्रतियोगिता हर महीने आयोजित करते हैं, आपको किन-किन विषयों पर आर्टिकल लिखने हैं इसकी जानकारी डिजिटल बाल मेला द्वारा हर महीने के अंत में दी जाती है। बाल लेखकों द्वारा लिखे गए आलेखों को डिजिटल बाल मेला की वेबसाइट पर पोस्ट किया जाता है।
अगर किसी बच्चे में लेख लिखने की क्षमता है तो डिजिटल बाल मेला आपको ये मंच प्रस्तुत करता है। आप अपना लेख डिजिटल बाल मेला के व्हाट्सऐप नंबर
+91 80059 15026 पर भेज सकते हैं एवं इसी तरह के विभिन्न आयोजनों की जानकारी एवं नयी-नयी प्रतियोगिताओं की जानकारी व उनसे जुड़ने के लिए आप हमारे विभिन्न सोशल मीडिया हैंडल एवं आधिकारिक वेबसाइट से जुड़ सकते हैं।
अधिक जानकारी के लिए हमारे सोशल मीडिया हैंडल्स को फॉलो करें –
Facebook – https://www.fb.com/digitalbaalmela/
Instagram – https://instagram.com/digitalbaalmela
Twitter – https://twitter.com/DigitalBaalMela
YouTube –