जानिए वर्ल्ड लिवर डे के बारे में हिमाचल प्रदेश की कशिश से।
बाल लेखिका कशिश।
शरीर के महत्वपूर्ण अंगों मे लिवर सबसे महत्वपूर्ण अंग है। लिवर शरीर का एक मूलभूत अंग है।
ऐसे में इसकी अहमियत और उसकी सेहत के प्रति लोगों को जागरूक करने के मकसद से हर साल 19 अप्रैल को “वर्ल्ड लिवर डे” मनाया जाता है।
लिवर हमारे शरीर में कई महत्वपूर्ण कार्य करता है। ऐसे में लिवर को सेहतमंद रखने के लिए लीवर का हेल्दी रहना भी बेहद जरूरी है।हालांकि ईनएक्टिव लाइफस्टाइल और गलत खान-पान की आदतों के कारण हम अपनी लिवर को बीमार बना रहे हैं।
जब हम कहते हैं कि लीवर में फैट जमा हो गया है या फैटी लिवर हो गया तो ध्यान दें कि यह कोई बीमारी नहीं यह हमारी गलत खान-पान वह शारीरिक श्रम के काम होने का परिणाम है।
डॉक्टर के मुताबिक लीवर शरीर का रसोई घर है ,अगर यहां आवश्यकता से ज्यादा सामान जमा कर लेंगे और उसका लंबे समय तक उपयोग नहीं करेंगे ,तो उसमें खराबी आएगी और उसका प्रभाव शरीर पर पड़ेगा ।
इसलिए जब आप जरूरत से ज्यादा खाना खाते हैं ,तो लीवर को जितनी जरूरत होती है उतना लेकर, यह बाकी जमा करता जाता है ।
लेकिन एक सीमा के बाद वह उसे जमा भी नहीं कर पाता।
यही आगे चलकर जहरीले पदार्थ का निर्माण करता है और अनियमितता और अतिरिक्त दबाव का परिणाम होता है कि लीवर में कई बीमारियां पनपने लगती है।
हेल्दी लीवर के लिए हमें इन बातों का ध्यान रखे
पेट का एक भाग खाली रखें ,तो पाचन क्रिया अच्छी रहती है।जितना शारीरिक श्रम करते हैं ,उसके अनुरूप ही खान-पान रखना चाहिए ।
एक चार्ट बना ले जिससे आपको पता चला रहे की इनपुट यानी आप क्या आहार ले रहे हैं और आउटपुट उसे अनुपात में कितनी कैलोरी बर्न कर रहे हैं।
आप खानपान से ऊर्जा ले रहे हैं, इसलिए नियमित कसरत योग आदि से उसके खपत करने की आदत विकसित करें ।
घर बाहर के छोटे-छोटे शारीरिक कार्य को करने की आदत दिनचर्या बेहतर करने में मदद करेगी।
फ्रिज से निकाल कर बार-बार खाना गर्म करके खाने की आदत को जितनी जल्दी हो बदल लेना चाहिए।
ब्रेड या संरक्षित आहारों का नियमित सेवन करना, लीवर की समस्याएं पैदा कर देता है।
ताजा व गर्म आहार का सेवन शुरू कर अंतर को 6 दिनों में महसूस करेंगे ।
भौगोलिक वातावरण के अनुसार उपजाई गए अनाज व फल सब्जियों का प्रयोग, ऊर्जावान रखेगा ।
सेहत को लेकर व्यस्त की चिताओं के कारण आप पूरक आहारों और बिना मौसम के आहार का सेवन करने लगते हैं ।
यह लीवर पर अतिरिक्त दबाव डालता है और उसे बीमार बनाता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार लीवर की बीमारी भारत में मौत का दसवां सबसे आम कारण है।
शरीर में लिवर या यकृत सबसे बड़ा और सबसे जटिल अंग है जो सभी महत्वपूर्ण कार्य करता है।
लीवर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता ,पाचन और मेटाबॉलिज्म में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
यह ग्लूकोज को ग्लाइकोजन में बदलने ,अमीनो एसिड विनियमन ,रक्त प्लाज्मा के लिए प्रोटीन के उत्पादन आदि के लिए जिम्मेदार हैं।
वर्ष 2024 में “विश्व लिवर दिवस” की थीम :– “अपने लिवर को स्वस्थ और रोग मुक्त रखें” है।
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