जयपुर से जान्हवी शर्मा करेगी शुरुआत – मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखेगी चिट्ठी –
डिजिटल बाल मेला के बच्चे लिखेंगे मुख्यमंत्री को चिट्ठी – अपने अपने इलाके में सीवेज़ प्लांट करवायेंगे पुख्ता। बच्चे संभालेंगे अब स्वच्छ जल अभियान की कमान। जान्हवी शर्मा गुलाबी नगरी से करेगी शुरुआत। कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन की सफलता के लिये ज़रुरी है स्वच्छ जल। जल शक्ति मंत्री से किये गये वादे को पूरा करेंगे। देश के हर हिस्से में बैठे बच्चे चलायेंगे इस मुहिम को।
कोरोना के मुश्किल वक्त में बच्चों को व्यस्त करने के मकसद से शुरु किये गये देश के पहले डिजिटल बाल मेला की टीम ने तय किया है कि वो अब जल शक्ति मंत्रालय के सच्चे वाटर वारियर बनेंगे। जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से किये वादे को पूरा करते हुये बच्चों ने अपने राज्य के मुख्यमंत्री को ये चिट्ठी लिखनी शुरु करने का फैसला किया है।
गौरतलब है कि कोरोना काल में घर बैठे बच्चों की रचनात्मकता को बनाये रखने के मकसद से जयपुर की जान्हवी शर्मा ने डिजिटल बाल मेला की शुरुआत की। इसका मकसद था राजस्थान के बच्चों को एक नया प्लेटफार्म देना जहां वो अपने बोरडम को दूर कर सके। इस शुरुआत को नाम दिया गया डिजिटल बाल मेला इसलिये दिया गया ताकि बच्चे बाल मेला में डिजिटल माध्यम से शामिल हो सकें। डिजिटल बाल मेला की औपचारिक शुरुआत, 14 नवंबर को राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने की थी। राजस्थान के संस्कृति मंत्री बीडी कल्ला ने इस digital baal mela की वैबसाइट की लांचिंग की।
इस बाल मेला में शामिल होने के लिये बच्चों को घर से बाहर नहीं जाना है…..अपने अपने घरों में रहते हुये ही अपने मनपसंद कामों को करना है। हर बच्चे की अलग प्रतिभा होती है। कोरोना की वजह से बच्चे अपने अपने घरों तक सीमित होकर रह गये हैं। सांस्कृतिक और शैक्षिक गतिविधियां लगभग पूरी तरह बंद हो गयी है। बच्चे दोस्तों से मिलने में भी असमर्थ है। ऐसे में डिजिटल बाल मेला की टीम बच्चों के उन छोटे छोटे कामों दुनिया का सामने ला रही है जो वो घर में रहकर कर सकते हैं। डिजिटल बाल मेला के सोशल मीडिया एकाउंट्स पर उनके वीडियो साझा किये जा रहे हैं ताकि छोटे छोटे बच्चों को प्रोत्साहित किया जा सके।
इस डिजिटल बाल मेला में बच्चों का उत्साह बढ़ाने के लिये 10 तरह की प्रतियोगिताएं रखी गयी है…..कुकिंग, डांसिंग, सिंगिंग, फैंसी ड्रेस, डिबेट, ड्राइंग,फिल्म मेकिंग निबंध लेखन के साथ साथ …भी शामिल है। सभी प्रतियोगिताओं में जीतने वालों को पांच हज़ार का पुरस्कार भी दिया जायेगा। डिजिटल बाल मेला की खास बात यह है कि इसमें सभी काम खुद बच्चे ही करते हैं। बच्चों की टोली इसके ज़रिये नये नये काम सीख रही है तो नये नये लोगों से मिलने का मौका भी मिल रहा है। डिजिटल मीटिंग के ज़रिये इंटरेक्शन सेशन आयोजित करने का काम भी बच्चे करते हैं तो बच्चों से बात करने वाले मेहमान से सवाल जवाब की कमान भी बच्चे ही संभालते हैं।
5 दिसंबर को डिजिटल बाल मेला की टीम से बात करने जब केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत वर्चुयल मीटिंग में पहुंचे तो उन्होंने बच्चों से एक घंटा बात की। इस दौरान शेखावत ने बच्चों को पानी की अहमियत समझायी तो उनके सवालों के जवाब भी दिये। गजेंद्र सिंह शेखावत ने बच्चों को दो काम भी सौंपे। पहला काम ये कि बच्चे हर दिन अपने घर में 1 लीटर पानी बचाने का काम करेंगे तो दूसरा ये कि साफ पानी की व्यवस्था करने के लिये अपने शहर में सीवेज़ प्लांट को पुख्ता करेंगे। श्री शेखावत ने बच्चों से कहा कि हर बच्चा अपने शहर में सीवेज़ प्लांट स्थापित करने के लिये अपने अपने राज्य के मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखे। केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री ने बच्चों को समझाया कि जितना ज़रुरी पानी बचाना है उतना ही ज़रुरी है उसे साफ रखना। बच्चों के साथ बच्चे बने मंत्री जी ने ये भी माना कि बच्चे जल संरक्षण के बहुत बड़े वाहक बन सकते हैं।
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री की बातों को बच्चों ने भी ध्यान से सुना। बच्चों ने पानी की अहमियत समझकर मंत्री महोदय से वादा किया कि बच्चे इस काम को पूरे देश में करेंगे और सच्चे वाटर वारियर बनेंगे। .जल शक्ति मंत्री को किये वादे को पूरा करने के लिये बच्चों ने जहां घर में पानी बचाने के रास्ते तलाशने शुरु कर दिये वहीं मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखने की शुरुआत भी। सबसे पहले ये काम करने जा रही है डिजिटल बाल मेला की परिकल्पना करने वाली जयपुर की 10 साल की जान्हवी शर्मा।
राजस्थान की राजधानी जयपुर में रहने वाली जान्हवी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को चिट्ठी लिखेगी। डिजिटल बाल मेला टीम इस मुहिम को आगे बढ़ायेगी। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ठ्र, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश सहित दिल्ली और आसाम के के बच्चों ने भी जान्हवी के साथ इस मुहिम को आगे बढ़ाने के लिये अपने अपने मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखने का वादा किया है।
10 दिसंबर को जान्हवी शर्मा राजस्थान के मुख्यमंत्री को ये चिट्ठी डिजिटल बाल मेला के सोशल मीडिया प्लेटफार्म से शेयर करेगी। गौरतलब है कि कोरोना के इस मुश्किल वक्त में मुख्यमंत्री अभी किसी से मिल नहीं रहे हैं। और बच्चों की सुरक्षा के लिये भी ज़रुरी है कि बच्चे अपनी चिट्ठी डिजिटली ही मुख्यमंत्री को भेजें।