12 से 18 वर्ष आयु के बच्चे इस अभियान में डिजिटल बाल मेले की वेबसाइट पर जाकर फॉर्म भरकर* या व्हाट्सएप/टेलीग्राम पर रजिस्टर्ड नंबर पर मैसेज भेजकर* आसानी से पंजीकरण कर सकते हैं।
रजिस्ट्रेशन के पश्चात् वे पोस्टर, स्लोगन, निबंध, पेंटिंग या वीडियो रिपोर्ट अपनी प्रविष्टियों के रूप में भेजेंगे। इन माध्यमों के जरिये चयनित प्रतिभागी ‘बाल पार्षद’ बनकर अपने वार्ड की समस्याएँ उजागर करते हैं और समाधान प्रस्तुत करते हैं। रुचि रखने वाले अभिभावक एवं शिक्षक भी बच्चों को मार्गदर्शन और प्रेरणा देने में सहयोग कर सकते है।
“कौन बनेगा बाल पर्षद” कार्यक्रम स्वच्छ भारत अभियान और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर केंद्रित है, जिसका उद्देश्य बच्चों को स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक करना है। इस कार्यक्रम के माध्यम से, डिजिटल बाल मेला और जयपुर नगर निगम हेरिटेज बच्चों को सामाजिक और पर्यावरण संबंधी मुद्दों पर अपनी रचनात्मकता और नवाचार को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान कर रहे हैं।